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Weather reports: क्या 2024 में सर्दी का मौसम 2023 से भी ज्यादा चौंका देने वाला होगा? पढ़ें पूरी खबर

Weather reports: क्या 2024 में सर्दी का मौसम 2023 से भी ज्यादा चौंका देने वाला होगा? पढ़ें पूरी खबर
सर्दी
11 Dec, 2024 12:00 AM IST Updated Wed, 11 Dec 2024 01:33 PM

भारत में सर्दियों का मौसम हर साल कुछ नया लेकर आता है। 2023 की सर्दियाँ जहाँ कड़कड़ाती ठंड और सर्द लहरों से भरी थीं, वहीं 2024 की सर्दियाँ अपेक्षाकृत हल्की और अलग होंगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट्स ने इस विषय में काफी चर्चा पैदा की है। इस लेख में हम 2023 और 2024 की सर्दियों का विस्तार से विश्लेषण करेंगे और समझेंगे कि इन बदलावों का हमारे जीवन, स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

2023 की सर्दी: अधिक तीव्र ठंड Winter of 2023: more intense cold:

पिछले वर्ष के मुकाबले 2023 की सर्दी ने कई स्थानों पर सामान्य से अधिक ठंड का अनुभव कराया। खासकर दिल्ली, लखनऊ में आज का मौसम, और चंडीगढ़ जैसे शहरों में घने कोहरे ने जीवन को थाम-सा दिया था। उत्तर-पश्चिमी भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया, और कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 5°C से नीचे दर्ज किया गया। दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में कोहरे और ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया।
भारत में सर्दियाँ नवंबर से फरवरी तक रहती हैं। IMD के आंकड़ों के अनुसार, आमतौर पर दिसंबर और जनवरी सबसे ठंडे महीने माने जाते हैं। ठंडी हवा उत्तर-पश्चिम से आती है, और हिमालय इस ठंड को दक्षिण की ओर बढ़ने से रोकता है। 2023 में यह पैटर्न ज्यादा कठोर था।

सर्दी का प्रभाव Effect of cold:

  1. सर्द लहरें: 2023 में उत्तर भारत में 20 से अधिक सर्द लहरें दर्ज की गईं।
  2. बर्फबारी: हिमालयी क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बर्फबारी हुई।
  3. कोहरा: दिल्ली और यूपी जैसे राज्यों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई थी।

2024 की सर्दी: IMD का पूर्वानुमान Winter 2024: IMD' forecast:

IMD ने 2024 की सर्दियों के लिए हल्की ठंड का पूर्वानुमान दिया है।

  1. तापमान: पूरे देश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, खासकर दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 के बीच।
  2. सर्द लहरें: इस वर्ष सर्द लहरों की आवृत्ति पहले से कम रहने का अनुमान है। विशेषकर उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में यह प्रभाव कम होगा।
  3. एल नीनो का प्रभाव: IMD ने यह भी बताया कि 2024 की सर्दी में एल नीनो का असर रहेगा, जिससे तापमान में वृद्धि हो सकती है। इस प्राकृतिक जलवायु घटना के कारण समुद्र के तापमान में वृद्धि हो रही है, जो भारत में अधिक गर्मी और हल्की ठंड का कारण बन सकती है।
    IMD के अनुसार, 2024 की सर्दियों में अधिकतम तापमान अधिक होने के साथ-साथ, न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि देखने को मिल सकती है। विशेषकर दिसंबर 2023 में तापमान सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है।

सर्दी के प्रभाव

  1. कृषि: अधिक तापमान रबी फसलों, विशेषकर गेहूँ, के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि ठंडी की कमी से इन फसलों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है।
  2. स्वास्थ्य: कम ठंड से खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य संबंधी राहत हो सकती है, लेकिन ठंड की कमी से संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं।
  3. जलवायु परिवर्तन: बढ़ता तापमान जलवायु परिवर्तन के संकेत हो सकते हैं, जो भविष्य में मौसम के पैटर्न को और अधिक अस्थिर बना सकते हैं।

निष्कर्ष: IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 2024 की सर्दियाँ हल्की रहने की संभावना है, जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान में बदलाव की ओर इशारा करती हैं। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझते हुए हमें अपने कृषि, स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए उपयुक्त कदम उठाने की आवश्यकता है।