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Onion price: बड़ी मंडियों में प्याज की कीमतें बेकाबू, ताजा रेट जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर

Onion price: बड़ी मंडियों में प्याज की कीमतें बेकाबू, ताजा रेट जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
प्याज
14 Dec, 2024 12:00 AM IST Updated Sat, 14 Dec 2024 04:14 PM

भारत में प्याज के दाम लगातार बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। सरकार के प्रयासों और हस्तक्षेप के बावजूद, कीमतें स्थिर नहीं हो पा रही हैं। खुदरा बाजार में प्याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है, जो उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। आइए जानते हैं इसके बढ़ते दामों के कारण, मौजूदा मंडी भाव, और भविष्य में कीमतों पर क्या असर पड़ सकता है।

प्याज के बढ़ते दामों के पीछे के मुख्य कारण Main reasons behind rising onion prices:

  1. मंडियों में ऊंचे दाम: प्याज की कीमतें खुदरा बाजार में इसलिए अधिक हैं क्योंकि मंडियों में इसका दाम ऊंचा बना हुआ है। हालांकि आवक ठीक है, फिर भी कीमतें कम नहीं हो रहीं।
  2. मांग और आपूर्ति में असंतुलन: देश में प्याज की मांग काफी अधिक है, जबकि आपूर्ति में कमी है। सरकारी एजेंसियां आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन मौजूदा स्टॉक पर्याप्त नहीं है।
  3. प्राकृतिक कारण: खराब मौसम और फसल के नुकसान ने प्याज की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों को प्रभावित किया है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं।
  4. निर्यात में बढ़ोतरी: हाल के महीनों में प्याज के निर्यात में वृद्धि से घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता कम हुई है, जिससे कीमतों में तेजी आई है।

देश की मंडियों में प्याज के ताजा भाव Fresh prices of onion in the country markets:

स्टेटमंडीन्यूनतम कीमत (₹)अधिकतम कीमत (₹)औसत कीमत (₹)
उत्तर प्रदेशबहराइच380039753880
महाराष्ट्रपुणे-खेड़200050003500
महाराष्ट्रपुणे-पिंपरी280045003650
पंजाबकुराली380039703860
पंजाबगढ़ शंकर300035003300
पंजाबमुकेरियन400044004200
हरियाणागुड़गांव200040003000
हिमाचल प्रदेशकांगड़ा450046004500
तमिलनाडुमेट्टुपलायम600070007000
तमिलनाडुजयानकोंडम600070007000
केरलचवक्कड़600070007000

क्या प्याज के दाम में जल्द आएगी गिरावट?

वर्तमान में प्याज की कीमतें पिछले 5 वर्षों के उच्चतम स्तर पर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में गिरावट की संभावना थी, लेकिन अब इसमें और देरी हो सकती है।

भाव गिरने में आने वाली चुनौतियां:

  • नई फसल की देरी:
    बाजार में नई फसल की आवक देर से हो रही है, जिससे मौजूदा कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
  • व्यापारियों का रुख:
    व्यापारियों का कहना है कि मध्य दिसंबर से पहले कीमतों में गिरावट नहीं होगी।
  • उच्च निर्यात और घरेलू मांग:
    निर्यात में वृद्धि और घरेलू मांग की तेजी से कीमतों पर दबाव बना हुआ है।

उपभोक्ताओं के लिए सुझाव:

  1. खरीदारी में समझदारी बरतें
    जब भी कीमतों में थोड़ी नरमी आए, आवश्यक मात्रा में प्याज खरीदें।
  2. स्थानीय विकल्पों का उपयोग करें
    कुछ क्षेत्रों में स्थानीय बाजारों में प्याज सस्ते दाम पर उपलब्ध हो सकता है।
  3. भंडारण का सही तरीका अपनाएं
    प्याज को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए सही तरीके से स्टोर करें।

निष्कर्ष: प्याज की बढ़ती कीमतों ने देशभर के उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंडियों में ऊंचे दाम, खराब मौसम, और निर्यात में वृद्धि इसके प्रमुख कारण हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले हफ्तों में कीमतों में गिरावट की संभावना है, लेकिन यह सीमित हो सकती है। सरकार को आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उपभोक्ताओं को सावधानी और समझदारी से खरीदारी कर अपने बजट को संतुलित बनाए रखना चाहिए।