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Garlic variety: लहसुन की यह किस्म बदल देगी किसानों की किस्‍मत, 250 क्विंटल तक उत्पादन देने का दावा

Garlic variety: लहसुन की यह किस्म बदल देगी किसानों की किस्‍मत, 250 क्विंटल तक उत्पादन देने का दावा
लहसुन की नई किस्म
02 Dec, 2024 12:00 AM IST Updated Mon, 02 Dec 2024 01:20 PM

लहसुन की खेती का सही समय और अनुकूल म‍िट्टी, लहसुन की खेती के लिए यह समय अत्यंत उपयुक्त है। क‍िसानों को बुवाई में देरी नहीं करनी चाहिए। लहसुन की खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली दोमट म‍िट्टी सबसे बेहतर मानी जाती है। भारी म‍िट्टी में कंदों का विकास सही तरीके से नहीं हो पाता। खेती के लिए म‍िट्टी का पीएच स्तर 6.5 से 7.5 आदर्श माना जाता है। बुवाई से पहले खेत की 2-3 बार जुताई, उसे समतल करना और क्यारियां बनाना आवश्यक है ताकि जलभराव से बचा जा सके।

देसी खाद और उर्वरकों का उपयोग Use of indigenous manure and fertilizers:

लहसुन की खेती शुरू करने से पहले खेत में देसी खाद और फॉस्फोरस आधारित उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए। यह न केवल उत्पादन में वृद्धि करता है, बल्कि म‍िट्टी की उर्वरता को भी बनाए रखता है।

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लहसुन की मांग और स्वास्थ्य लाभ Demand and health benefits of garlic:

लहसुन एक नकदी फसल है, जिसकी रसोई और औषधीय उपयोग के लिए भारी मांग रहती है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे ब्लड प्रेशर, पाचन विकार, गठिया, और खून से जुड़ी बीमारियों में लाभकारी है। हाल ही में लहसुन की कीमतें ₹200-₹400 प्रति किलो तक पहुंच गई हैं, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है।

लहसुन की खेती के लिए अनुकूल जलवायु Favorable climate for garlic cultivation:

लहसुन ठंडी जलवायु में बेहतर उत्पादन देता है। अधिक गर्मी और लंबे दिन कंदों के विकास में बाधा डाल सकते हैं। इसके लिए आदर्श स्थितियां निम्नलिखित हैं:

  • तापमान: 30°C
  • दिन का समय: 10 घंटे
  • आर्द्रता: 70%

उन्नत किस्मों का चयन; लहसुन की उन्नत किस्में बेहतर उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती हैं। ये किस्में किसानों के लिए अधिक मुनाफे का माध्यम बन सकती हैं:

किस्मविवरणहार्वेस्ट के दिनउपज (क्विंटल प्रति हेक्टेयर)विशेषताएँ
यमुना सफेद-1 (जी-1)ठोस कंद, चांदी जैसी सफेद त्वचा150-160150-160उच्च गुणवत्ता वाले कंद
यमुना सफेद-2 (जी-50)क्रीम रंग के कंद165-170130-140बैंगनी धब्बा और झुलसा रोग के प्रति सहनशील
यमुना सफेद-3 (जी-282)सफेद और बड़े आकार के कंद140-150175-200प्रति कंद 15-16 कलियां
यमुना सफेद-4 (जी-323)बड़े सफेद कंद165-175200-250प्रति कंद 18-23 कलियां, अधिक उपज

लहसुन की खेती में ध्यान देने योग्य बातें;

  1. बुवाई का समय:
    खेत को समतल करें, क्यारियां और सिंचाई की नालियां तैयार करें। म‍िट्टी में पर्याप्त नमी का ध्यान रखें।
  2. सिंचाई:
    जलभराव से बचने के लिए सिंचाई की सही व्यवस्था सुनिश्चित करें।
  3. खरपतवार नियंत्रण:
    खेत में समय-समय पर खरपतवार निकालते रहें।

लहसुन की खेती से लाभ और बाजार में मांग: लहसुन की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमेशा उच्च मांग रहती है। इसका उपयोग मसालों के अलावा, औषधीय और स्वास्थ्य उत्पादों में किया जाता है। वर्तमान में, लहसुन के ऊंचे दाम किसानों के लिए अधिक मुनाफे का अवसर प्रदान कर रहे हैं।

निष्कर्ष: लहसुन की उन्नत किस्मों और आधुनिक खेती तकनीकों को अपनाकर किसान कम लागत में अधिक उत्पादन और मुनाफा कमा सकते हैं। समय पर बुवाई और सही किस्मों का चयन किसानों की आय को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। बाजार की बढ़ती मांग और लहसुन के स्वास्थ्य लाभ इसे एक आकर्षक फसल बनाते हैं।

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