फसल बीमा से जुड़े नए नियम लागू! किसानों को क्या करना होगा, जानें पूरी डिटेल

फसल बीमा से जुड़े नए नियम लागू! किसानों को क्या करना होगा, जानें पूरी डिटेल

फसल बीमा से जुड़े नए नियम लागू

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कृषि दुनिया
  • 05 Mar, 2025 12:09 PM IST ,
  • Updated Wed, 05 Mar 2025 03:51 PM

अब फसल बीमा क्लेम में नहीं होगी देरी:

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) देशभर के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। प्राकृतिक आपदाओं से फसल नुकसान की स्थिति में इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। लेकिन अब तक किसानों को बीमा क्लेम प्राप्त करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, जिनमें सर्वे में देरी, गलत आवेदन और क्लेम प्रक्रिया की जटिलता प्रमुख थे।

अब केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि किसानों के फसल बीमा क्लेम का शीघ्र निस्तारण किया जाए। बीमा कंपनियों ने इस दिशा में नए बदलाव किए हैं, जिससे किसानों को अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उनका बीमा क्लेम तेजी से स्वीकृत होगा।

फसल बीमा क्लेम प्रक्रिया में बड़ा बदलाव:

मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में किसानों के बीमा क्लेम कई कारणों से लंबित पड़े हैं। सरकार अब इन लंबित क्लेमों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और सेटेलाइट तकनीक का उपयोग कर रही है।

  एआई आधारित फसल बीमा सर्वेक्षण

  • अब अतिवृष्टि, सूखा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए फसल नुकसान का आकलन एआई की मदद से किया जाएगा।
  • यह तकनीक पहले से ही फसल की स्थिति का अनुमान लगाने में सक्षम होगी, जिससे सरकारी सर्वे में देरी नहीं होगी।
  • सेटेलाइट इमेजरी और जियोस्पेशल टेक्नोलॉजी के माध्यम से फसल की वास्तविक स्थिति की निगरानी की जाएगी।

अब किसानों को नहीं करना होगा लंबा इंतजार:

अब तक किसानों को बीमा क्लेम प्राप्त करने में महीनों लग जाते थे, जिससे वे आर्थिक रूप से प्रभावित होते थे। लेकिन अब एआई और डिजिटल तकनीकों के माध्यम से यह प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

 तेजी से बीमा क्लेम मिलने के प्रमुख फायदे:

  • किसानों को अब सर्वे और गिरदावरी में देरी से होने वाली आर्थिक परेशानी से बचाया जाएगा।
  • क्लेम प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।
  • गलत आवेदन तुरंत पकड़ में आ जाएंगे, जिससे धोखाधड़ी रुकेगी।

गलत बीमा क्लेम नहीं होंगे स्वीकृत:

कई बार बीमा क्लेम आवेदन में गड़बड़ी के कारण किसानों के दावे अटक जाते थे। अब नई तकनीक इन गड़बड़ियों को रोकने में मदद करेगी।

  एआई तकनीक से रोकी जाएंगी ये गड़बड़ियां:

  • खेत की गलत रिपोर्टिंग और गैर-कृषि भूमि पर बीमा कराना।
  • बिना फसल बोए ही बीमा करवाना।
  • एक ही खेत पर कई बीमा पॉलिसी लेना।
  • फसल कोई और बोना और आवेदन में दूसरी फसल दिखाना।

अब सेटेलाइट इमेजरी और ऑन-ग्राउंड सर्वे से मिलान कर बीमा क्लेम की जांच होगी, जिससे वास्तविक दावों का ही भुगतान किया जाएगा।

किसानों के लिए नई सुविधा: मोबाइल ऐप से बीमा क्लेम करें:

अब किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने फसल नुकसान की जानकारी तुरंत भेज सकते हैं।

 कैसे करें आवेदन?

  •  किसान मोबाइल ऐप पर लॉगिन करें।
  • अपनी फसल नुकसान की तस्वीरें और वीडियो अपलोड करें।
  • आवेदन को ऑनलाइन ट्रैक करें।
  • बीमा कंपनी द्वारा त्वरित सर्वे किया जाएगा और क्लेम स्वीकृत होगा।

किसे मिलेगा फसल बीमा क्लेम का लाभ?

  • कम बारिश, सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, चक्रवात, तूफान और बिजली गिरने से नुकसान।
  • फसल कटने के बाद प्राकृतिक आपदा से नुकसान।
  • फसल में रोग फैलने के कारण होने वाला नुकसान।
  • अंकुरण न होने या अत्यधिक वर्षा से फसल खराब होने पर।

केंद्र सरकार और बीमा कंपनियों ने किसानों के फसल बीमा क्लेम को सरल और त्वरित बनाने के लिए डिजिटल और एआई तकनीकों का उपयोग शुरू किया है। इससे न केवल वास्तविक किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि फर्जी क्लेम और धोखाधड़ी भी रोकी जा सकेगी। अब किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से तुरंत अपने क्लेम का आवेदन कर सकते हैं और बिना किसी देरी के उसका निस्तारण हो सकेगा।

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