मूंग की फसल में इल्ली की मार – किसानों के लिए जरूरी जानकारी
मूंग की फसल हमारे देश में काफी अहम मानी जाती है। ये न सिर्फ खाने में प्रोटीन से भरपूर होती है, बल्कि खेत की मिट्टी को भी ताकत देती है। मगर इस बार मूंग की फसल पर एक नई आफत आई है – इल्ली का हमला।
मध्यप्रदेश के खिरकिया इलाके के रहटाकला गांव में कृषि अधिकारियों ने खेतों का दौरा किया। वहां उन्होंने देखा कि मूंग की फसल पर इल्ली ने हमला कर दिया है। ये इल्ली पत्तियों और फलियों को खाकर फसल को नुकसान पहुंचा रही है। अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो किसान भाइयों की मेहनत बेकार जा सकती है।
जिन किसानों के खेतों में इल्ली पाई गई, उन्हें अधिकारियों ने दवाई छिड़कने की सलाह दी है। साथ ही, ये दवाई कैसे और कब डालनी है, इसकी भी पूरी जानकारी दी गई:
इल्ली से कितना नुकसान हो सकता है?
अगर समय रहते इल्ली पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो फसल की उपज में 40-50% तक की कमी हो सकती है। इसका मतलब, जो किसान 10 क्विंटल की उपज की उम्मीद कर रहे थे, उन्हें सिर्फ 5-6 क्विंटल ही मिल सकती है।
इल्ली को रोकने के कुछ घरेलू और जैविक उपाय:
किसानों के लिए सलाह:
किसान भाइयों, अगर आप मूंग की खेती कर रहे हैं, तो अपने खेतों की रोज निगरानी करें। पत्तियों में छेद दिखें, इल्ली दिखे या फलियों में खराबी नजर आए – तो देर न करें, तुरंत कृषि अधिकारी या कृषि सेवा केंद्र से संपर्क करें।
सादा भाषा में कहें तो: इल्ली एक छोटी-सी कीट है, लेकिन अगर उसे नजरअंदाज किया तो ये आपकी पूरी फसल चट कर सकती है। इसलिए जो भी दवा बताई गई है, उसे ठीक समय पर और सही मात्रा में डालें। और हां, फसलों को बार-बार बदलते रहना भी बहुत फायदेमंद होता है।