Moong crop diseases: इल्ली कर रही मूंग की फसल को बर्बाद, कृषि विभाग ने दी ये दवाई डालने की सलाह

Moong crop diseases: इल्ली कर रही मूंग की फसल को बर्बाद, कृषि विभाग ने दी ये दवाई डालने की सलाह

इल्ली से बचाएं मूंग की फसल

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कृषि दुनिया
  • 19 Apr, 2025 01:31 PM IST ,
  • Updated Sat, 19 Apr 2025 03:06 PM

मूंग की फसल में इल्ली की मार – किसानों के लिए जरूरी जानकारी

मूंग की फसल हमारे देश में काफी अहम मानी जाती है। ये न सिर्फ खाने में प्रोटीन से भरपूर होती है, बल्कि खेत की मिट्टी को भी ताकत देती है। मगर इस बार मूंग की फसल पर एक नई आफत आई है – इल्ली का हमला

क्या हुआ मूंग के खेतों में?

मध्यप्रदेश के खिरकिया इलाके के रहटाकला गांव में कृषि अधिकारियों ने खेतों का दौरा किया। वहां उन्होंने देखा कि मूंग की फसल पर इल्ली ने हमला कर दिया है। ये इल्ली पत्तियों और फलियों को खाकर फसल को नुकसान पहुंचा रही है। अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो किसान भाइयों की मेहनत बेकार जा सकती है।

अधिकारियों ने क्या सलाह दी?

जिन किसानों के खेतों में इल्ली पाई गई, उन्हें अधिकारियों ने दवाई छिड़कने की सलाह दी है। साथ ही, ये दवाई कैसे और कब डालनी है, इसकी भी पूरी जानकारी दी गई:

  • दवाइयाँ:
    • फ्लूबेड़ामाइड – 60 मिली
    • क्लोरोइंट्रानीलीप्रोल – 60 मिली
    • स्पिनोटरम – 180 मिली
      (ये मात्रा प्रति एकड़ है)
  • पानी की जरूरत:
    • पावर पंप से छिड़काव करने पर प्रति एकड़ 100 से 125 लीटर पानी की आवश्यकता होती है।
    • हाथ पंप से छिड़काव करने के लिए प्रति एकड़ 200 से 250 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है।
       
  • छिड़काव का सही समय:
    • सुबह जल्दी या फिर शाम 4 बजे के बाद

कुछ ज़रूरी सावधानियाँ भी बताई गईं

  • दवाइयों को आपस में मिलाकर कभी न डालें।
  • हर तीन साल में एक बार गर्मियों में खेत की गहरी जुताई करें – इससे मिट्टी में छिपे कीट मर जाते हैं।
  • फसल चक्र अपनाएं यानी एक ही फसल बार-बार न उगाएं।

इल्ली से कितना नुकसान हो सकता है?

अगर समय रहते इल्ली पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो फसल की उपज में 40-50% तक की कमी हो सकती है। इसका मतलब, जो किसान 10 क्विंटल की उपज की उम्मीद कर रहे थे, उन्हें सिर्फ 5-6 क्विंटल ही मिल सकती है।

इल्ली को रोकने के कुछ घरेलू और जैविक उपाय:

  • फेरोमोन ट्रैप लगाएं – इससे पता चलता है कि इल्ली खेत में घुस चुकी है या नहीं।
  • बायो-पेस्टीसाइड (जैविक कीटनाशक) जैसे "बीटी" का इस्तेमाल करें।
  • खेत में ऐसे कीटों को बढ़ावा दें जो इल्ली को खाते हैं, जैसे ट्राइकोग्रामा कीट।

किसानों के लिए सलाह:

किसान भाइयों, अगर आप मूंग की खेती कर रहे हैं, तो अपने खेतों की रोज निगरानी करें। पत्तियों में छेद दिखें, इल्ली दिखे या फलियों में खराबी नजर आए – तो देर न करें, तुरंत कृषि अधिकारी या कृषि सेवा केंद्र से संपर्क करें।

सादा भाषा में कहें तो: इल्ली एक छोटी-सी कीट है, लेकिन अगर उसे नजरअंदाज किया तो ये आपकी पूरी फसल चट कर सकती है। इसलिए जो भी दवा बताई गई है, उसे ठीक समय पर और सही मात्रा में डालें। और हां, फसलों को बार-बार बदलते रहना भी बहुत फायदेमंद होता है।

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