मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आज और कल दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश के आसार हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। यह कोहरा पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और मेघालय में छाया रहेगा। इसके बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आने की उम्मीद है।
उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 6-12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। हालांकि, मौसम विभाग ने पूरे फरवरी महीने के लिए पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि इस दौरान तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। इससे इन इलाकों में शीतलहर का असर रहेगा। वहीं, राजस्थान के कुछ इलाकों में भी ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
फरवरी का महीना किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण: मौसम विभाग ने आगाह किया है कि फरवरी का महीना किसानों के लिए कठिन साबित हो सकता है। तापमान सामान्य से अधिक रहने के कारण रबी फसलों पर असर पड़ सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम के अनुरूप फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
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महाकुंभ में भक्तों की भारी भीड़: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। अब तक 35 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। भक्तों के उत्साह को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। प्रयागराज में लगातार सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।
अमृत स्नान का महत्व: महाकुंभ में अमृत स्नान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस स्नान से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार कुंभ में अमृत स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से आए हैं।
प्रयागराज में भव्य आयोजन: महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों के संत-महात्माओं का भव्य स्वागत किया जा रहा है। बड़े-बड़े पंडालों में संतों के प्रवचन और धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। इसके अलावा महाकुंभ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और आनंद प्राप्त हो रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद: प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है और ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी से बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
महाकुंभ की महिमा: महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। इस बार महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले आयोजनों से अधिक बताई जा रही है। सरकार और प्रशासन ने इस आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तैयारियां की हैं।
दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों में बारिश और कोहरे की संभावना बनी हुई है, जिससे ठंड में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरी ओर, प्रयागराज में महाकुंभ पूरे भव्यता के साथ चल रहा है, जहां करोड़ों श्रद्धालु अमृत स्नान कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने के लिए लगातार निगरानी कर रहे हैं।
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