Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025: बसंत पंचमी स्नान से पहले घाटों पर उमड़ी भीड़, रजाई-कंबल के साथ जुटे श्रद्धालु!

Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025: बसंत पंचमी स्नान से पहले घाटों पर उमड़ी भीड़, रजाई-कंबल के साथ जुटे श्रद्धालु!

बसंत पंचमी स्नान पर श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

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कृषि दुनिया
  • 02 Feb, 2025 01:05 PM IST ,
  • Updated Sun, 02 Feb 2025 03:05 PM

प्रयागराज महाकुंभ में 3 फरवरी को बसंत पंचमी के स्नान से पहले श्रद्धालुओं का आगमन तेज़ी से बढ़ने लगा है। इस कारण घाटों पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है। संगम नोज पर लोग स्नान के लिए रुक रहे हैं, जबकि कई श्रद्धालु रजाई और गद्दे लेकर घाटों पर पहुंचे हैं। प्रशासन की चिंता इस बात को लेकर है कि मौनी अमावस्या की तरह कोई अप्रिय घटना न घटे, जिसके लिए पुलिस लगातार सायरन बजाकर श्रद्धालुओं को घाटों से हटाने का प्रयास कर रही है।

मौनी अमावस्या की घटनाओं से सीख:

मौनी अमावस्या पर घाटों पर लोगों का रुकना और सोना भगदड़ का कारण बना था, जिससे प्रशासन ने इस बार और भी सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। बसंत पंचमी के स्नान के दौरान भी किसी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन की ओर से पहले ही स्थिति का जायजा लिया जा रहा है ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो।

कल्पवास कर रहे 10 लाख श्रद्धालु:

महाकुंभ में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास कर रहे हैं। बुधवार को मौनी अमावस्या पर रात 8 बजे तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था। गुरुवार सुबह 10 बजे तक यह संख्या बढ़कर करीब 93 लाख हो गई, जो कुंभ मेले के इतिहास में एक दिन में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है। इससे पहले मकर संक्रांति के दिन 3.5 करोड़ और मौनी अमावस्या के एक दिन पहले 28 जनवरी को करीब 5 करोड़ लोग संगम में स्नान करने पहुंचे थे।

महाकुंभ का मेला क्षेत्र:

13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ मेले में अब तक 28 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। मेला प्रशासन के अनुसार, मेला क्षेत्र में चारों दिशाओं से श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है। इस भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने चंद्रशेखर आजाद पार्क का गेट खोल दिया है, जिससे लोग सड़क के बजाय पार्क में बैठने लगे हैं, ताकि भीड़ का दबाव कम किया जा सके।

प्रशासन की कोशिश: प्रशासन की पूरी कोशिश है कि महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनी रहे, ताकि बसंत पंचमी के स्नान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

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