भारत में चक्रवाती तूफान अक्सर तटीय क्षेत्रों के लिए बड़ी चुनौती बन जाते हैं। इस बार, तूफान फेंगल दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उठते हुए तेज़ गति से तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के लिए भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में यह समझना बेहद ज़रूरी है कि यह तूफान किन क्षेत्रों को प्रभावित करेगा और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
तूफान फेंगल एक चक्रवाती तूफान है, जो दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन से विकसित हुआ है। IMD के अनुसार, यह अगले 24 घंटों में तमिलनाडु और श्रीलंका के तटों से टकरा सकता है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 30 नवंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
फेंगल तूफान की स्थिति और प्रभाव: साउथ-वेस्ट बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना डीप डिप्रेशन अब चक्रवाती तूफान फेंगल में बदल चुका है। IMD के अनुसार, अगले 24 घंटे में यह श्रीलंका के तट से सटे तमिलनाडु की ओर नॉर्थ-वेस्ट दिशा में बढ़ेगा।
उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप: कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के राज्यों में ठंड बढ़ गई है। दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में तापमान में तेज गिरावट देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश का मौसम: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अगले तीन दिनों तक सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
तूफान और ठंड से बचने के उपाय:
तूफान के दौरान:
ठंड के लिए:
निष्कर्ष: चक्रवाती तूफान फेंगल और उत्तर भारत में बढ़ती ठंड से सतर्क रहना जरूरी है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोग प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और मौसम की जानकारी पर ध्यान दें। उत्तर भारत के लोग ठंड और कोहरे से बचाव के उपाय अपनाएं। सुरक्षित रहें और सतर्क रहें।
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