Sunflower farming: सूरजमुखी की खेती से होगी बंपर कमाई! जानें कम लागत में ज्यादा उत्पादन का तरीका

Sunflower farming: सूरजमुखी की खेती से होगी बंपर कमाई! जानें कम लागत में ज्यादा उत्पादन का तरीका

सूरजमुखी की खेती

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कृषि दुनिया
  • 01 Mar, 2025 01:36 PM IST ,
  • Updated Sun, 02 Mar 2025 12:41 PM

अगर आप खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो पारंपरिक खेती के साथ-साथ सूरजमुखी की खेती करना एक फायदेमंद विकल्प हो सकता है। यह एक ऐसी फसल है, जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है और सही तकनीकों का उपयोग करने पर किसान तीन गुना तक लाभ कमा सकते हैं। सूरजमुखी के तेल की गुणवत्ता बाजार में काफी लोकप्रिय है और इसके अन्य उत्पादों की भी अच्छी कीमत मिलती है।

सूरजमुखी की खेती क्यों करें?

  • कम लागत, अधिक मुनाफा: एक हेक्टेयर में सिर्फ 25-30 हजार रुपये की लागत, लेकिन मुनाफा 70 से 80 हजार रुपये तक हो सकता है।
  • हाइब्रिड बीजों से अधिक उत्पादन: सामान्य बीजों की तुलना में हाइब्रिड बीज (शंकर प्रभेद, सिजेंडा, सनग्रो) अधिक तेल उत्पादन करते हैं।
  • सालभर मांग बनी रहती है: सूरजमुखी का तेल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के कारण इसकी मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार बनी रहती है।
  • मधुपालन से अतिरिक्त आमदनी: अगर किसान सूरजमुखी की खेती के साथ मधुमक्खी पालन करें, तो शहद और तेल दोनों से मुनाफा चार से पांच गुना तक बढ़ सकता है।
  • कम पानी में अच्छी उपज: यह फसल कम पानी और कम उर्वरक में भी अच्छी पैदावार देती है, जिससे सूखे क्षेत्रों में भी इसे आसानी से उगाया जा सकता है।

सूरजमुखी की खेती का विस्तार:

पलामू जिले में पहले सूरजमुखी की खेती नहीं होती थी, लेकिन अब करीब 20 हेक्टेयर में किसान इसकी खेती कर रहे हैं। कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुधीर झा के अनुसार, सूरजमुखी की खेती किसानों के लिए बेहद लाभकारी है और इससे वे लखपति बन सकते हैं।

सूरजमुखी की खेती के लिए आवश्यक बातें:

सही बीज का चुनाव करें:

  • ओपन पोलिनेटेड बीज: केबीएसएच 44 (सामान्य बीज, कम उत्पादन)
  • हाइब्रिड बीज: शंकर प्रभेद, सिजेंडा, सनग्रो (ज्यादा उत्पादन, अधिक मुनाफा)

सही मौसम में बुवाई करें:

  • रबी फसल: अक्टूबर-नवंबर में बुवाई करें
  • खरीफ फसल: फरवरी-मार्च में बुवाई करें

खेत की तैयारी और सिंचाई:

  • अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में खेती करें
  • दो से तीन बार गहरी जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए
  • सूरजमुखी को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन फूल आने और बीज बनने के समय हल्की सिंचाई आवश्यक होती है

कीट और रोग नियंत्रण:

  • कीटों और रोगों से बचाव के लिए जैविक और रासायनिक दवाओं का उचित मात्रा में उपयोग करें

मुनाफा और उत्पादन:

  • एक हेक्टेयर में सूरजमुखी उगाने की लागत 25,000-30,000 रुपये आती है।
  • सही तकनीकों का उपयोग करने पर 70,000-80,000 रुपये तक मुनाफा हो सकता है।
  • अगर मधुपालन भी किया जाए, तो शहद से भी अतिरिक्त आमदनी हो सकती है।

किसानों के लिए सुनहरा मौका: सूरजमुखी की खेती से किसान कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इसके तेल की मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लगातार बनी रहती है। साथ ही, अगर मधुमक्खी पालन को भी अपनाया जाए, तो शहद और तेल दोनों से अच्छी कमाई हो सकती है

तो अब देरी किस बात की? सूरजमुखी की खेती अपनाएं और अपनी आमदनी तीन गुना तक बढ़ाएं!

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