उत्तर प्रदेश में सर्दियों के दौरान गन्ना चीनी मिलों तक पहुंचाने में किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने खास निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है।
गन्ना किसानों को अब अपने वाहनों में लाल और पीली रिफ्लेक्टर पट्टियां लगानी अनिवार्य कर दी गई हैं। यह निर्देश ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, बैलगाड़ियों और अन्य गन्ना ढुलाई वाले वाहनों पर लागू होते हैं।
सर्दियों में कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। गन्ना लदे हुए वाहन अक्सर बड़े वाहनों के लिए अदृश्य हो जाते हैं, जो सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।
आयुक्त प्रभु एन. सिंह ने बताया कि:
वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने के नियम:
यह कदम किसानों के वाहनों को सड़क पर आसानी से दिखाई देने योग्य बनाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।
रिफ्लेक्टर अभियान का शुभारंभ: गन्ना आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे गन्ना ढुलाई में इस्तेमाल होने वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने का अभियान शुरू करें। यह कार्य चीनी मिल प्रबंधन के सहयोग से पूरे सीजन में दो से तीन बार सुनिश्चित किया जाएगा।
चीनी मिलों की जिम्मेदारी: सभी चीनी मिलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके क्षेत्र के सभी गन्ना ढुलाई वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टर पट्टियां लगाई गई हों। इसके लिए स्थानीय सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, पुलिस अधिकारी, और राजस्व अधिकारियों का सहयोग लिया जाएगा।
किसानों के लिए फीडबैक लेने की व्यवस्था:
गन्ना आयुक्त ने परीक्षेत्रीय अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि वे चीनी मिल यार्ड पर किसानों से मिलकर उनके अनुभवों और समस्याओं का फीडबैक लें।
गन्ने का मूल्य (2024-25):
उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमतें इस प्रकार हैं:
चीनी मिलों की स्थिति:
निष्कर्ष: गन्ना ढुलाई के दौरान रिफ्लेक्टर पट्टियों का उपयोग न केवल किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं को भी रोकेगा। गन्ना एवं चीनी आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देश किसानों की सुरक्षा और सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं। किसानों को चाहिए कि वे समय पर इन निर्देशों का पालन करें और अपनी फसल को बिना किसी परेशानी के चीनी मिलों तक पहुंचाएं।
ये भी पढें... शरदकालीन गन्ने की इन टॉप 5 उन्नत किस्मों की बुवाई करें, होगी बंपर पैदावार