आज के समय में कृषि सिर्फ खाने की जरूरत पूरी करने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह एक बेहतरीन कमाई का जरिया भी बन सकती है। ब्रोकली की खेती ऐसे ही एक लाभकारी विकल्प के रूप में उभर रही है। ब्रोकली, जिसे 'हरा सोना' भी कहा जा सकता है, अगर खाली पड़ी जमीन में उगाई जाए, तो यह अच्छी आय का स्रोत बन सकती है।
ब्रोकली अपने उच्च पोषक तत्वों और स्वास्थ्य लाभों के कारण दुनियाभर में लोकप्रिय हो रही है। इसमें प्रोटीन, विटामिन सी, विटामिन के, और फाइबर की मात्रा होती है, जो इसे स्वास्थ्य के लिए अमूल्य बनाता है। इसका नियमित सेवन कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
ब्रोकली की खेती का सबसे उपयुक्त समय सितंबर से लेकर नवंबर तक माना जाता है। यह ठंड के मौसम में अच्छी तरह उगती है और बेहतर उपज देती है। लगभग 12 से 15 टन उत्पादन आसानी से मिल सकता है।
ब्रोकली की कई किस्में होती हैं जो अलग-अलग प्रकार के जलवायु और मिट्टी में उपजाऊ होती हैं:
इनमें से ग्रीन कैलाब्रेस सबसे अधिक लोकप्रिय है।
ब्रोकली की खेती का तरीका Method of cultivation of broccoli: ब्रोकली की खेती के लिए कुछ खास तरीकों का पालन करना जरूरी है ताकि अच्छी गुणवत्ता और मात्रा की फसल प्राप्त की जा सके। यह फसल पूरी तरह से जैविक भी की जा सकती है, जिससे बाजार में इसकी मांग और अधिक बढ़ जाती है।
खेत की तैयारी और बीज चयन Field preparation and seed selection: सबसे पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार करें। इसके लिए जमीन की तीन से चार बार जुताई करके समतल करना आवश्यक है। इसके बाद ब्रोकली के अच्छे गुणवत्ता वाले बीज का चयन करें। बीजों को पहले नर्सरी में बोकर तैयार करना चाहिए और फिर पौधों को खेत में रोपण करें।
सिंचाई और खाद प्रबंधन: ब्रोकली की फसल को नियमित पानी की आवश्यकता होती है। इसकी खेती में ड्रिप इरिगेशन प्रणाली का उपयोग किया जा सकता है ताकि फसल को हर समय पानी की उपलब्धता हो। खाद के लिए, जैविक खाद का उपयोग करें ताकि उत्पाद की गुणवत्ता बनी रहे।
कीट और रोग प्रबंधन: ब्रोकली की फसल में कीटों और बीमारियों का प्रकोप हो सकता है। इसके लिए जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करें। सफेद मक्खी और पत्ती मरोड़ वायरस इसके प्रमुख रोग हैं, जिनसे समय पर निपटना जरूरी है।
फसल की कटाई और भंडारण: ब्रोकली की कटाई तब करनी चाहिए जब इसका फूल पूरी तरह से विकसित हो जाए। कटाई के बाद, इसे ठंडी जगह पर रखें ताकि इसके पोषक तत्व बने रहें। फसल को एक हफ्ते तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
ब्रोकली की खेती से कमाई: ब्रोकली की खेती से 12 से 15 टन तक उत्पादन प्राप्त होता है और प्रति टन बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है। खाली पड़ी जमीन का उपयोग करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
ब्रोकली की खेती से जुड़े कुछ सुझाव:
निष्कर्ष: खाली पड़ी जमीन का सही उपयोग करके ब्रोकली की खेती से अच्छी कमाई की जा सकती है। ब्रोकली न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है बल्कि इसकी मांग भी बाजार में काफी बढ़ रही है। अगर आप अपनी जमीन का सही उपयोग करना चाहते हैं, तो ब्रोकली की खेती एक उत्तम विकल्प साबित हो सकती है।