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Wheat disease: गेहूं की फसल को बर्बाद करने वाले जड़ माहू कीट से अपनी फसल को बचाएं, कृषि विशेषज्ञों से जानें

Wheat disease: गेहूं की फसल को बर्बाद करने वाले जड़ माहू कीट से अपनी फसल को बचाएं, कृषि विशेषज्ञों से जानें
गेहूं की फसल में जड़ माहू कीट
03 Dec, 2024 12:00 AM IST Updated Tue, 03 Dec 2024 07:51 PM

देशभर में गेहूं की बुआई का कार्य तेजी से पूरा हो रहा है। इस समय गेहूं की फसल को जड़ माहू कीट और अन्य रोगों से बचाना किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है। कृषि वैज्ञानिकों ने गेहूं की फसल में पीलापन और जड़ माहू कीट के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विशेष एडवाइजरी जारी की है। सही समय पर इन कीटों का नियंत्रण नहीं किया गया, तो फसल को भारी नुकसान हो सकता है।

जड़ माहू कीट की पहचान कैसे करें How to identify root aphid pest?

जड़ माहू कीट गेहूं के पौधों की जड़ों में पाया जाता है और वहां से रस चूसकर पौधों को कमजोर करता है।

  • तेजी से फैलने का कारण: यह कीट उच्च आर्द्रता और तापमान में बहुत तेजी से फैलता है।
  • फसल को नुकसान: अगर समय पर नियंत्रण न किया जाए, तो यह कीट पूरी फसल को नष्ट करने की क्षमता रखता है।

जड़ माहू कीट के प्रभाव से फसल को होने वाला नुकसान Damage caused to the crop due to the effect of root aphid insect:

  1. पौधों का विकास रुक जाता है।
  2. पत्तियां पीली होकर मुरझा जाती हैं।
  3. अधिक प्रकोप होने पर पौधे सूखने लगते हैं, जिससे फसल उत्पादन में भारी कमी आती है।

जड़ माहू कीट के नियंत्रण के उपाय Measures to control root aphid pest:

बीज उपचार से रोकथाम:

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जिन क्षेत्रों में अभी तक गेहूं की बुआई नहीं हुई है, वहां बीज उपचार करना अत्यंत आवश्यक है।

  • इमिडाक्लोरोप्रिड 48% एफ.एस.: प्रति किलोग्राम बीज पर 1 मिली दवा का उपयोग करें।
  • थायोमेथॉक्जॉम 30% एफ.एस.: 1.5 मिली दवा प्रति किलोग्राम बीज पर लगाएं।

कीट प्रकोप होने पर दवाओं का छिड़काव:

जिन क्षेत्रों में बुआई पूरी हो चुकी है और कीटों के लक्षण दिखने लगे हैं, वहां निम्नलिखित दवाओं का छिड़काव करें:

  1. इमिडाक्लोरोप्रिड 17.8 एस.एल.: 80-100 मिली दवा को 150-200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
  2. थायोमेथॉक्जॉम 25% डब्लूपी: 80 ग्राम दवा को 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
  3. एसिटामाप्रिड 20% एस.पी.: 60 ग्राम दवा का उपयोग करें।

यूरिया के साथ कीटनाशक का मिश्रण:

थायोमेथॉक्जॉम 30% कीटनाशक की 250 मिली मात्रा को 50 किलो यूरिया में मिलाएं और प्रति एकड़ छिड़काव करें।

अन्य महत्वपूर्ण सुझाव:

  1. फसल की नियमित निगरानी करें: हर तीन से चार दिन के अंतराल पर खेत का निरीक्षण करें।
  2. स्वस्थ बीजों का चयन करें: बीज की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
  3. अनुकूल मौसम का ध्यान रखें: अधिक आर्द्रता और गर्म मौसम में फसल की सुरक्षा के उपाय तेज करें।
  4. सही समय पर दवाओं का छिड़काव: शुरुआती लक्षण दिखते ही कार्रवाई करें।

निष्कर्ष: जड़ माहू कीट से फसल को बचाने के लिए सही पहचान और समय पर दवाओं का उपयोग आवश्यक है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सुझाए गए उपायों का पालन करके किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं। फसल की नियमित निगरानी और प्रभावी कीटनाशकों का छिड़काव जड़ माहू कीट से निपटने के लिए सबसे बेहतर उपाय हैं।

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